September 21, 2024

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कोविड सेंटरों पर भाजपा के वर्तमान सांसद और पूर्व विधायक के विरोधाभासी बयान, कौन सही कौन गलत !

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पूरा देश इस समय कोरोना वैश्विक महामारी के दूसरे नहर के प्रकोप से जूझ रहा है। देश के प्रधानमंत्री के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के राज्य सरकारें अपने स्तर से कोरोना से बचाव के नए-नए तरीके ईजाद कर रही है तो वही कोरोना को फैलने से फैलने से रोकने में जीजान से जुटी हैं। उत्तराखंड के काशीपुर में आज सत्ताधारी पार्टी के पूर्व विधायक और सांसद के विरोधाभासी बयानों ने जनता को यह सोचने पर विवश कर दिया है कि कौन सही है कौन गलत।

दरअसल नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा संसदीय सीट के सांसद अजय भट्ट ने आज काशीपुर के कोविड सेंटरों का निरीक्षण किया। इस दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए सांसद अजय भट्ट ने कहा कि देश और विदेश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है जोकि एक महामारी का रूप ले चुका है। इसलिए इसे अंतरराष्ट्रीय आपदा मान लिया गया है। एकाएक अप्रत्याशित रूप से अचानक से बढ़ी इस महामारी से एक आधा दिन सरकार को महसूस हुआ कि संसाधनों की कमी है और व्यवस्थाओं की कमी है लेकिन सरकार ने संभलते हुए 24 घंटे के भीतर इन कमियों को संभाल लिया है और इन कमियों को दुरुस्त कर लिया है। उन्होंने कहा कि इसी के तहत उनके द्वारा कल नैनीताल जिले के कोविड सेंटरों का निरीक्षण किया गया और आज उधम सिंह नगर जिले के कोविड सेंटरों का निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किच्छा के मेडिकल कॉलेज में 400 बेडो को सरकार को दे दिया गया है। इसी के साथ साथ रुद्रपुर और काशीपुर के होटलों का निरीक्षण किया गया है और सभी जगह सरकार के द्वारा अच्छे इंतजामात जमा किए गए हैं। उन्होंने कोविड सेंटरों और कोरोना योद्धा के रूप में कार्य करने वालों की भी हौसला अफजाई की उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कोविड सेंटरों के निरीक्षण के दौरान कार्य करने वालों की हौसला अफजाई भी की जा रहीहै। उन्होंने स्थानीय प्रशासन के द्वारा इस दौरान किए जा रहे कार्यों की भी जमकर तारीफ की।

वहीं शाम होते होते भाजपा के ही पूर्व विधायक राजीव अग्रवाल ने प्रशासनिक अधिकारियों पर कोविड सेंटर के नाम पर गोलमाल का गंभीर आरोप लगा दिया। उनके मुताबिक कोविड सेंटर के नाम पर अधिकारियों की चांदी हो रही है। उन्होंने कोरोना नोडल अधिकारी, सीएमएस और सीएमओ तीनों अधिकारियों पर निशाना साधा है। पूर्व विधायक ने कहा कि यह चर्चा आम है कि इन कोविड सेंटर पर सारा खर्च मरीज का हो रहा है जबकि सरकार से बिल बनाकर लिया जायेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले जो कोविड सेंटर बनाये गये थे उनमें भी खूब गोलमाल किया गया। पूर्व विधायक राजीव अग्रवाल ने कोविड सेंटर की जांच की मांग भी की है ताकि गोलमाल का पर्दाफाश हो सके। प्रत्येक मरीज का प्रतिदिन का खर्च केन्द्र सरकार से आ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र से मिल रहे पैसे की बंदरबांट हो रही है। केंद्र सरकार से ₹1000 प्रत्येक मरीज के लिए आ रहा है। आधा होटल वाला ले लेता है और आधा अधिकारियों को मिल रहा है। खाने का कोई टेंडर नहीं है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आक्सीजन का प्लांट तक नहीं लग पाया है। अस्पताल की व्यवस्था पर पूर्व विधायक राजीव अग्रवाल ने सवालिया निशान लगाये हैं। पुराने घातक आरोप लगाया कि बीते वर्ष 1 जून से लेकर 31 जून तक अनन्या होटल का बिल बनाया गया।