कुमाऊं रेजिमेंट में हवलदार के पद पर कार्यरत काशीपुर के रहने वाला जवान मुकेश ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया। अरुणाचल प्रदेश के बोमडिला में तैनात कुमाऊं रेजीमेंट के हवलदार मुकेश कुमार की मौत की ख़बर जैसे ही परिजनों को मिली तो परिजनों में कोहराम मच गया। मुकेश के पार्थिव शरीर के मंगलवार रात तक या बुद्धवार सुबह तक काशीपुर लाये जाने की संभावना है।
दरअसल मुकेश पुत्र स्व० ओमप्रकाश मूल रूप से पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के थाना डिलारी के ग्राम गक्खरपुर के रहने वाले थे और पिछले 10 वर्षों से काशीपुर ग्राम नंदरामपुर में मकान बनाकर रहने लगे थे। इसी गांव में उनकी ससुराल भी है। मुकेश 9 कुमाऊं रेजीमेंट में हवलदार के पद पर कार्यरत थे तथा पिछले तीन साल से मुकेश अरुणाचल प्रदेश के बोमडिला में तैनात थे। बीते रोज रविवार दोपहर करीब तीन बजे यूनिट के अधिकारियों ने मुकेश के बड़े पुत्र विशाल कुमार को सूचना दी कि तुम्हारे पिता की हालत गंभीर है। करीब आधे घंटे बाद यूनिट से उसे पिता की शहादत की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही गांव में मातम पसर गया। मृतक के साले प्रधान पति रोहित कुमार ने फ़ोन पर बातचीत के दौरान बताया कि हवलदार मुकेश की मौत के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल सका है।
फिलहाल आग लगने के कारण उनकी मौत होने की बात कही जा रही है। मृतक के परिवार में पत्नी नीलम और दो बेटे विशाल (18) एवं ऋषभ (15) हैं। उसके भाई मुनेश कुमार का रानीखेत में निजी व्यवसाय है जबकि दोनों बहनें बबली और कविता विवाहित हैं। शहीद मुकेश के परिजनों के मुताबिक मुकेश कुमार चार अप्रैल 2021 को सेवानिवृत्त होना था। मुकेश का इरादा सेवानिवृत्त होने के बाद अपना कारोबार करने का था। मुकेश की इच्छा थी कि उनके दोनों बेटे बेहतर शिक्षा ग्रहण कर प्रशासनिक सेवा में जाकर देश सेवा करें। उनके पिता ओमप्रकाश भी रानीखेत कैंट छावनी से सेवानिवृत्त हुए थे और तीन साल पूर्व ही मुकेश के पिता का निधन हुआ था।
Deepali Sharma
सम्पादक
खबर प्रवाह
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