April 30, 2024

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किसानों के भारत बंद का रहा उत्तराखंड के तराई में व्यापक असर।

देशव्यापी भारत बंद का काशीपुर में भी खासा असर देखने को मिला। काशीपुर में भारत बंद का किसान संगठनों का खुला समर्थन करते हुए व्यापार मंडल ने भी व्यपारियों से प्रतिष्ठान बंद कराने का आह्वान किया जिसपर यहां बंद का समर्थन करते हुए व्यापारियों ने भी बाजार बंद रखा । हालांकि कांग्रेस ने भी नगरनिगम गेट के सामने सड़क पर बैठक बंद को सफल बनाने धरना प्रदर्शन किया । वहीं किसानों द्वारा रैली निकाल कर विरोध दर्ज कराया गया, तथा जगह जगह धरना प्रदर्शन कर किसानों जाम लगाकर धरना प्रदर्शन किया । इस दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस बल लगाकर विशेष एहतियात बरती गई । किसानों के भारत बंद को तमाम राजनैतिक दलों और विभिन्न संगठनों का समर्थन मिला है।


केंद्र सरकार के द्वारा लागू किए गए कृषि अध्यादेश को काला कानून बताते हुए वापस लेने की मांग पर पिछले 12 दिनों से दिल्ली में अड़े किसानों के द्वारा मंगलवार की सुबह से ही भारत बंद के मद्देनजर बंद का काशीपुर तथा आसपास के क्षेत्र में पूरी तरह से असर रहा। यहां आसपास के क्षेत्र में किसानों के भारत बंद को लेकर व्यापारी संगठनों के साथ-साथ अन्य राजनैतिक एवं सामाजिक संगठनों ने किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने की बात करते हुए भारत बंद को समर्थन दे दिया था। भारत बंद के मद्देनजर काशीपुर में सुबह से ही किसान नेताओं के नेतृत्व में किसानों और व्यापारी नेताओं के द्वारा बंद को सफल बनाने का एक प्रयास स्वरूप बाजारों में घूम घूम कर स्थानीय व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की गई। इसके बाद सभी किसान टांडा चौराहे पर एकत्र हुए और जाम लगा दिया। इस दौरान किसानों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा किसान नेताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।

केंद्र सरकार के द्वारा पारित तीनों ने कृषि अध्यादेश वापस लेने की मांग पर किसान जमकर ड़े रहे और साफ तौर पर कहा कि किसी भी हालत में सरकार को यह तीनों कृषि कानून अध्यादेश वापस लेने होंगे। इस दौरान किसानों ने नगर में बंद को सफल बनाने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के साथ तमाम किसानों ने टांडा तिराहे पर एकत्र होकर बाजार बंद कराने के लिए मार्च निकाला। वहीं व्यापार मंडल ने भी भारत बंद के समर्थन में बाजार बंद कराया। यहाँ इक्का दुक्का दुकानें खुली नजर आई। ढेला पुल पर किसानों ने चक्का जाम कर केन्द्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। यहाँ मौजूद किसान नेताओं में अवतार सिंह, भारतीय किसान यूनियन के रविन्द्र राणा, गगन कांबोज, प्रभपाल सिंह, वीरजोत सिंह, प्रताप विर्क, प्रभजोत ग्रेवाल समेत सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे। उधर कूंडा चौराहा पर भी किसानों ने चक्का जाम कर एक सभा का आयोजन किया और धरना दिया।

टनकपुर: टनकपुर में किसानों के भारत बंद को कांग्रेसियो ने केंद्र सरकार का पुतला दहन कर अपना समर्थन दिया। पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल की अगुवाई में कांग्रेस जनों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला फूंक कर किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन व्यक्त किया।

पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने कहा कि सरकार तत्काल किसान विरोधी बिल को वापस ले और किसानों का उत्पीड़न बंद करें कार्यक्रम में पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, कांग्रेस नगर अध्यक्ष अनिल चौधरी पिंकी,भैरव दत्त जोशी, सुभाष चंद्र, गोपाल बिष्ट ,अशोक मुरारी ,गजेंद्र पाल, अमित भट्ट टीटू, सूरज बोरा, श्याम कुमार,नीरज मिश्रा मोहम्मद दानिश ,राहुल कुमार मस्सा, विनोद ओली,मुवश्शिर अली, गौरव शर्मा,कमल पंत,पप्पू महर,राम अवतार, धनश्याम टम्टा, गुड्डू, शेरखान,पप्पू रस्तोगी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

जसपुर: जसपुर में विधायक आदेश चौहान के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता के साथ समस्त व्यापार मंडल और किसान नेताओं ने एकजुट होकर नगर के सुभाष चौक से मुख्य मार्ग होते हुए गांधी पार्क ठाकुरद्वारा बस स्टैंड अफजलगढ़ बस स्टैंड सेमेन nh-74 पर होते हुए पुलिस चौकी लकड़ी मंडी होते हुए सुभाष चौक पहुंच कर प्रदर्शन के माध्यम से कृषि बिल का विरोध करते हुए भारत बंद का समर्थन किया।

इस दौरान सरकार व प्रशासन के आदेशों को भी पूरी तरह मद्देनजर रखते हुए मुख्य मार्ग को प्रतिबंधित नहीं किया गया। इस मौके पर जसपुर एसडीएम सुंदर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट, पुलिस क्षेत्राधिकारी काशीपुर जसपुर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहे। किसानों के इस प्रदर्शन में छोटे बड़े व्यापारियों ने भी पूरी तरह समर्थन किया और अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा सुभाष चौक पर किसानों ने प्रदर्शन करते हुए आम सभा का भी आयोजन किया।