May 20, 2024

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73 वां वार्षिक निरंकारी वर्चुअल संत समागम 5 दिसम्बर से

73 वां वार्षिक निरंकारी संत समागम पिछले 72 वर्षों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष विश्व की परिस्थिति को देखते हुए वर्चुअल रूप में आयोजित किया जाएगा। जिसका शुभारंभ शनिवार दिनांक 5 दिसंबर 2020 को होने जा रहा है। देश एवं विदेशों की विविधता से परिपूर्ण संस्कृति एवं संप्रभुता की बहुरंगी छटा इस वर्चुअल संत समागम में देखने को मिलेगी।

वार्षिक निरंकारी संत समागम की तैयारियां पूर्ण समर्पण भाव एवं सजगता के साथ सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों (जब तक दवाई नहीं-तब तक ढिलाई नहीं) को ध्यान में रखकर की गई है। समागम में सम्मिलित प्रतिभागियों द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन एवं सोशल डिस्टेंसिंग, (2 गज दूरी, मास्क है जरूरी) के नियमों का पूर्ण रुप से पालन किया गया। इस वर्ष मुख्य विषय स्थिरता पर आधारित गीत, विचार, कविताओं को प्रस्तुत किया जाएगा। जिसकी रिकॉर्डिंग कुछ टीम के सदस्यों को दिल्ली में बुलाकर की गई। इसके अतिरिक्त देश विदेश से पूर्व रिकॉर्ड किए गए कार्यक्रमों को भी संयोजित किया गया। जिसका प्रसारण वर्चुअल रूप में होगा। यद्यपि यह समागम वर्चुअल रूप में है, फिर भी इसे सजीव रूप देने के लिए मिशन द्वारा दिन-रात अंततः प्रयास किए गए ताकि जब इसका प्रसारण किया जाए तो भक्तों को हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रत्यक्ष समागम जैसी ही अनुभूति प्राप्त हो और यह सब सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के दिव्य मार्गदर्शन द्वारा ही संभव हो पाया है। समागम का प्रारंभ 5 दिसंबर को शाम 4.30 बजे होगा। जिसमें सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज मानवता के नाम संदेश (मैसेज ऑफ मैनकाइंड) प्रेषित करेंगे। रात्रि 8.30 से 9 बजे तक सतगुरु माता सुदीक्षा जी अपने दिव्य प्रवचनों द्वारा आशीर्वाद प्रदान करेंगी। समागम का प्रसारण तीनों दिन मिशन की पर 4.30 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक तथा संस्कार टीवी चैनल पर भी 5.30 बजे से रात्रि 9 बजे तक प्रसारित किया जाएगा। समागम के दूसरे दिन 6 दिसंबर को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक सेवा दल रैली एक मुख्य आकर्षण के रूप में मिशन की वेबसाइट पर आयोजित की जाएगी। इसके अतिरिक्त संस्कार टीवी चैनल पर भी दोपहर 1 से 3 बजे तक प्रसारित की जाएगी। इस रैली में भारत वर्ष तथा दूर देशों से सेवा दल के भाई-बहन शारीरिक व्यायाम, खेलकूद, विभिन्न करतब तथा मिशन की सिखलाई पर आधारित लघु नाटिका को कार्यक्रम के रूप में दर्शाएंगे। यह रैली सतगुरु माता जी के आशीष वचनों से संपन्न होगी। इसी दिन सायं 4.30 बजे से सत्संग कार्यक्रम आयोजित होगा और रात्रि 8.30 बजे से 9 बजे तक सतगुरु माता सुदीक्षा जी अपने दिव्य प्रवचनों द्वारा समस्त संतो को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। समागम के तीसरे दिन 7 दिसंबर को समय 4.30 से रात्रि 8 बजे तक सत्संग का कार्यक्रम होगा। जिसका मुख्य आकर्षण एक बहुभाषी कवि सम्मेलन होगा। जिसमें मुख्य शीर्षक स्थिर से नाता जोड़ कर मन का, जीवन को हम सहज बनाएं। इस विषय पर विश्व भर के कवि सज्जन विभिन्न भाषाओं में अपने शुभ भावों को कविताओं के माध्यम द्वारा प्रस्तुत करेंगे। समागम का समापन रात्रि 8.30 से 9 बजे तक सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के दिव्य प्रवचनों द्वारा होगा। मिशन के इतिहास में विचारधारा को विभिन्न क्षेत्रों तथा चल चित्रों के माध्यम से दर्शाने वाली निरंकारी प्रदर्शनी एवं बाल प्रदर्शनी सभी भक्तों को आकर्षित करेंगी। इस वर्ष यह प्रदर्शनी समागम के कुछ दिन पूर्व ही मिशन की वेबसाइट पर दर्शाई जाएगी। जिसका लाभ विश्व भर के समस्त श्रद्धालु भगत एवं प्रभु प्रेमी जन उठा पाएंगे। इस समागम का मुख्य उद्देश्य सत्य प्रेम एवं एकत्व पर आधारित शांतिपूर्ण, सह अस्तित्व, संयुक्त मानव समाज का निर्माण करना, एवं अपने स्वभाव में स्थिरता को अपनाकर जीवन को सहज व सरल बनाना है।