December 23, 2024

Khabar Pravah

Khabar Bina Ruke Sabse Pehle

संविधान दिवस के अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो नैनीताल के द्वारा किया गया दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन।

Spread the love

खबर प्रवाह (25 नवंबर 2022)

भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत केंद्रीय संचार ब्यूरो, नैनीताल द्वारा आज काशीपुर में “संविधान दिवस” के उपलक्ष्य में दो दिवसीय सह प्रदर्शनी कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।

आपको बताते चलें कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। काशीपुर में इस मौके पर ब्लॉक सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य वन निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर विभाग के पंजीकृत दल द्वारा पूर्णागिरि देवभूमि उत्थान समिति खटीमा द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए तथा एक प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया जिसमें विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए उत्तराखंड राज्य वन निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि पहले मुगलों, तुर्कों और बाद में अंग्रेजों के बेहिसाब यातनाओं के सहने के बाद देश आजाद हुआ। इन उपनिवेशवाद ने भारत का बुरा हाल कर दिया था , जिससे कई महापुरुषों के त्याग और बलिदान ने आजादी दिलाई।

उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्रीय सरकार से पहले देश के विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी, और यहां तक कि संसद पर भी हमला करते थे। उन्होंने कहा कि देश को आतंकवाद से मुक्त कराने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की शक्ति को बढ़ाने का काम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने किया है। इससे पूर्व विभाग के भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी राजेश सिन्हा ने “संविधान दिवस” मनाने के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए कहा कि भारत के वर्तमान संविधान के पहले भी प्राचीन भारत में हजारों वर्षों से देश में न्याय की अवधारणा बहुत प्रबल थी ,और राजाओं को इसके तहत बहुत कठिन दायित्व निभाने के न्याय- दर्शन थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए रुद्रपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सचिन कुमार पाठक ने कहा की संविधान एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जिसके तहत देश का कोई भी कानून इसकी अवधारणाओं के खिलाफ नहीं बनाया जा सकता। अगर ऐसा होगा तो उसे उच्च न्यायालय या सर्वोच्च न्यायालय खारिज कर देती है। उन्होंने इस में वर्णित मौलिक अधिकार और मौलिक कर्तव्य की भी चर्चा की। वहीं विशिष्ट वक्ता के रूप में बोलते हुए जाने-माने अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार मिश्र ने देश के संविधान को मानव अधिकार का ग्रंथ और सामाजिक कुरीतियों से लड़ने का एक स्रोत भी बताया। काशीपुर ब्लॉक प्रमुख अर्जुन कश्यप ने कहा कि देश का विकास संविधान के दायरे में रहकर ही हो सकता है।