December 23, 2024

Khabar Pravah

Khabar Bina Ruke Sabse Pehle

काशीपुर के सहारा मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद महिला की मौत पर हंगामा, हॉस्पिटल सीज।

Spread the love

काशीपुर में एक निजी अस्पताल में रसौली के ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत के बाद मृतका के आक्रोशित परिजनों ने मृतका के शव को अस्पताल के सामने सड़क पर रखकर जाम लगा दिया इस दौरान मृतका के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल को सील करने की मांग की तथा अस्पताल में इलाज करा रहे अन्य मरीजों को कहीं और स्थानांतरित करने की मांग की। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार तथा सीओ काशीपुर की मौजूदगी में सरकारी अस्पताल की टीम बुलाकर मरीजों को सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया तथा अस्पताल में ताला लगा दिया गया तब कहीं जाकर मृतका के आक्रोशित परिजन शांत हुए।

दरअसल काशीपुर के मोहल्ला टांडा उज्जैन के रहने वाले कन्हैया ने अपनी पत्नी मिथलेश को बच्चेदानी में रसोली थी। जिसके चलते रसोली का ऑपरेशन कराने के लिए कन्हैया ने अपनी पत्नी मिथलेश को बीते 2 दिन पूर्व मंगलवार की सुबह घड़ियाल रोड पर स्थित सहारा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। मृतका मिथिलेश के देवर सुरेश ने बताया कि बीते रोज दोपहर में 1:00 बजे बच्चेदानी का ऑपरेशन कराने के बाद उनकी भाभी की तबीयत बिगड़ती चली गई। परिजनों के द्वारा तकलीफ के बारे में बताए जाने पर हॉस्पिटल स्टाफ ने कहा कि ऑपरेशन के बाद थोड़ी बहुत तकलीफ होती है और यह तकलीफ बर्दाश्त करनी होती है। उन्होंने आगे बताया कि शाम को 3 से 4 बजे के आसपास उनकी भाभी ने सांस लेना बंद कर दिया। हॉस्पिटल वालों ने तुरंत आनन फानन में उनकी भाभी को एंबुलेंस से अन्यत्र रेफर कर दिया। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में अन्य प्रत्यक्षदर्शियों अन्य मरीजों के तीमारदारों ने उन्हें बताया कि उनकी भाभी की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी तथा हॉस्पिटल वालों ने अपने यहां मौत ना दर्शाने के चलते उन्हें अन्यत्र अनमोल हॉस्पिटल रेफर किया। मिथिलेश की पहले ही हो चुकी मौत में अपने हॉस्पिटल के प्रयासों को दिखाने के लिए अस्पताल वाले उसे मुरादाबाद के कॉसमॉस हॉस्पिटल भी ले गए।

उन्होंने हॉस्पिटल के बिना रजिस्ट्रेशन के काशीपुर में संचालित होने पर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग तथा स्थानीय प्रशासन पर भी उंगली उठाई। उन्होंने अस्पताल के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने तथा यहां हॉस्पिटल में इलाज करा रहे अन्य मरीजों को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने तथा हॉस्पिटल को सीज करने की मांग की। अपनी इस मांग पर मृतका के आक्रोशित परिजन अड़े रहे और उन्होंने अपनी इसी मांग को लेकर मृतका के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। सड़क पर जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में काशीपुर सीओ वीर सिंह, कोतवाल मनोज रतूड़ी और नायब तहसीलदार भुवन चन्द्र मौके पर पहुंचे। इस दौरान नायब तहसीलदार भुवन चन्द्र ने बताया कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की टीम की निगरानी में अस्पताल में मौजूद इलाज कराने के लिए आए मरीजों को राजकीय चिकित्सालय में स्थानांतरित कर दिया गया तथा अस्पताल को पुलिस प्रशासन तथा डॉक्टरों की टीम की निगरानी में ताला लगा कर सील कर दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि हॉस्पिटल के द्वारा इलाज में लापरवाही के मामले की स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा जांच की जाएगी तथा जांच में सबसे सही पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

वही मामले में सीओ काशीपुर वीर सिंह ने बताया कि महिला की मौत के बाद महिला के आक्रोशित परिजनों के द्वारा आंशिक जाम लगाया गया था जिसको कि हटा दिया गया कथा प्रशासन और मेडिकल टीम के द्वारा उक्त हॉस्पिटल को बंद करा दिया गया। इस दौरान राजकीय चिकित्सालय से डॉ देवेश चौहान के नेतृत्व में पहुंच ही मेडिकल टीम के द्वारा वहां इलाज करा रहे मरीजों के बारे में उनके तीमारदारों से बातचीत कर सभी तीन मरीजों को राजकीय चिकित्सालय में शिफ्ट कर दिया गया। वहीं सहारा मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में हंगामे के बाद देर शाम जिला चिकित्सा विभाग के टीम ने एसीएमओ डॉ हरेंद्र मलिक के नेतृत्व में स्थानीय प्रशासन तथा स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सहारा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को सीज कर दिया।