उत्तराखंड की एसटीएफ ने नशे के खिलाफ नकेल कसते हुए लाखों की अफीम के साथ दो युवकों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। एसटीएफ की कुमाऊं की सीओ पूर्णिमा गर्ग द्वारा निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया था जोकि पिछले काफी समय से नशे के इस बड़े नेटवर्क को पकड़ने की फिराक में थी।
मंगलवार को एसटीएफ को सूचना मिली कि कुछ लोग बाहरी प्रदेश से उत्तराखंड में अफीम की बड़ी खेप लेकर आ रहे है। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए नई मंडी समिति के निकट ब्रेजा कार संख्या यूके 06 एएक्स 5580 को रोक लिया। पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें 7.5 किलो अवैध अफीम बरामद हुई। पुलिस ने कार सवारों को हिरासत में ले लिया। आरोपियों ने अपना नाम सतनाम सिंह पुत्र बलविन्दर सिंह निवासी ग्राम सिरसा बहेड़ी एवं अमोलक मल्होत्रा उर्फ गोलू पुत्र हरिराम मल्होत्रा निवासी वार्ड 10 आवास विकास किच्छा बताया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी कार को सीज कर दिया। एसटीएफ की टीम में निरीक्षक एमपी सिंह, उपनिरीक्षक विनोद जोशी, का. चंद्रशेखर मल्होत्रा, दुर्गा सिंह, रियाज अख्तर, नवीन कुमार एवं स्थानीय पुलिस की टीम में लालपुर चौकी प्रभारी पंकज कुमार, का. बसंत, शेखर रहे। एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह ने बताया कि वह पिछले तीन महीने से आरोपियों के नेटवर्क को ट्रैक कर रहे थे। नेटवर्क को ट्रैक करने में कास्टेबल चंद्रशेखर मल्होत्रा की अहम भूमिका रही। आरोपी झारखंड से थोक में अफीम लेकर उत्तराखंड में बेचते थे। आरोपी झारखंड से लगभग साठ- सत्तर हजार रुपये किलो की दर से अफीम ख़रीद कर उत्तराखंड में एक लाख साठ हजार रुपये प्रति किलो की दर से बेचते थे। अंतराष्ट्रीय बाजार में पकड़ी गई अफीम की कीमत लगभग 25 लाख रुपये है। बताया जा रहा है कि आरोपी पूर्व में कई खेप उत्तराखंड ला चुके है। आरोपियों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी की जा रही है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने अपील की है कि किसी भी प्रकार के लालच में आकर नशा तस्करी नहीं करें। नशा एक धीमा जहर है, जिससे खुद भी बचें तथा अपने बच्चों को सुरक्षित रखें। नशा तस्करी वालों के खिलाफ कार्यवाही के तत्काल पुलिस स्टेशन अथवा एसटीएफ उत्तराखण्ड (0135-2656202) से सम्पर्क करें। एसटीएफ टीम ने व्यावसायिक मात्रा में अफीम की बरामदगी की है। जो कि झारखंड राज्य के कस्बा डालटनगंज से तस्करी कर यहां लाई जा रही थी। यह ड्रग्स किसके लिए लाई गई थी एवं किसने मंगाई थी। उनकी जानकारी करने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अमोलक मल्होत्रा उर्फ गोलू पुत्र हरिराम मल्होत्रा निवासी वार्ड 12 आवास विकास का नगर में टेंट हाउस है। उनकी नगर में सफेदपोशों में गिनती होती है। जबकि सतनाम सिंह पुत्र बलविन्दर सिंह निवासी ग्राम सिरसा बहेड़ी किसान परिवार से है। लेकिन चंद रुपये की खातिर दोनों अफीम का कारोबार शुरू कर दिया। एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह ने बताया कि उन्होंने आरोपियों ने कबूला है कि वह पहले से अफीम की तस्करी कर रहे है।
Deepali Sharma
सम्पादक
खबर प्रवाह
More Stories
आगामी 23 जनवरी को मतदान और 25 जनवरी को मतगणना, निकाय चुनाव की अधिसूचना हुई जारी।
काशीपुर में पुलिस और एसओजी के साथ मुठभेड़ में स्मैक तस्कर घायल, एसएसपी पहुंचे काशीपुर, देखिये वीडियो।
ब्रेकिंग न्यूज़- जानिए कौन होंगे काशीपुर के नए सीओ सिटी।