November 11, 2024

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महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म के बढ़ते मामलों पर पूर्व विधायक ने  कार्यालय ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन।

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ख़बर प्रवाह (NEWS FLOW) 10 सितम्बर, 2024

महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कारों तथा शोषण पर काशीपुर के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने रामनगर रोड स्थित अपने कार्यालय पर पत्रकार वार्ता करते हुए पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा की महिलाओं के साथ हो रही दुष्कर्म की घटनाओ को लेकर उत्तराखंड की सरकार सतर्कता पूर्वक कार्य कर रही है। आगे उन्होंने कहा कि पहले कोई भी लड़की जो उम्र में बड़ी होती थी उसको बहन जी कहकर पुकारा करते थे तथा लड़का उम्र में अगर बड़ा है तो उसको भाई कहकर संबोधन किया जाता था और एक बहुत प्यारा रिश्ता कायम हो जाता था भाई बहन का रिश्ता हर वर्ग हर समाज में इसी भाषा का प्रयोग किया जाता था। उसमें किसी भी प्रकार का कोई दुष्कर्म नहीं होता था परंतु आज के दौर में कंप्यूटर और मोबाइल फोन के कारण युवा वर्ग के बच्चों में अलग ही सोच जन्म ले रही है।

आपको बताते कि विधायक उन्होंने कहा कि आज इंसान की सोच जानवरों जैसी बनती जा रही है जिसमें कोई रिश्ता नहीं कोई भाईचारा दिखाई नहीं दे रहा है। क्योंकि जानवरों में ही कोई रिश्ता और भाईचारा नहीं होता। आगे उन्होंने कहा कि आज हम जब अखबारों में खबरें पढ़ते हैं या टीवी में समाचार देखते हैं जिसमें दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध हो रहे हैं तो लगता है कि आज वह भाई बहन का प्यार भी खत्म हो गया है। चाचा भतीजी का रिश्ता जो जाति धर्म से बनते थे वह सब खत्म होते नजर आ रहे हैं। आगे उन्होंने उत्तराखंड सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि स्कूली शिक्षा मे एक सिलेबस बच्चों को स्कूल में पढ़ाया जाना चाहिए जिससे कि बच्चे यह समझ सके कि वह किससे किस तरह से वार्तालाप करें और समझ सके की किस व्यक्ति का क्या दर्जा होता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार को चाहिए कि वह हर स्कूल में किताबों में ऐसे पाठ पढ़ाए जाने चाहिए जिसमें उन्हें अपने माता-पिता भाई-बहन रिश्तेदारों तथा अन्य का सम्मान करने की मनोभावना बनी रहे। उन्होंने कहा कि आज तक सरकार के द्वारा ऐसा कोई विषय नहीं बनाया। जबकि सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए आगे उन्होंने कहा कि आज की माताएं बहने अपने छोटे बच्चों को अपने घरों पर छोड़कर किसी ऐसी आशाओं के पास छोड़ जाते हैं जो ना तो पढ़ी-लिखी होती हैं और ना ही उनमें कोई संस्कार होते हैं यहां तक कि वह ठीक से बोलना तक नहीं जानती ऐसी आशा ऑन के भरोसे अपने बच्चों को छोड़कर पैसा कमाने के लिए दूर स्थान पर चली जाती हैं उन्हें अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। आगे उन्होंने उत्तराखंड सरकार के द्वारा बनाए गए लिव इन रिलेशनशिप कानून पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार के द्वारा कानून तो बना दिया गया है परंतु कानून का आज के समय में दुरुपयोग हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी काम हो जिसे सीधा करो तो सीधा होता है उल्टा करो तो उल्टा होता है इस कानून का उपयोग समाज अगर सीधी तरह से करें तो उसमें कोई कमी नहीं आती। लेकिन अगर इसका उपयोग उल्टी तरह किया जाए तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होते। जिसकी वजह से पुलिस भी उन लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं कर पाती।आज के दौर में भाई बहन के रिश्ते को भी कलंकित कर दिया है उन्होंने कहा कि आज लिव इन रिलेशनशिप कानून की वजह से पहले लड़का लड़की को बहन बना लेता है और कुछ दिनों के बाद में वह रिलेशनशिप में रहने लगते हैं। इस कानून में सरकार को और बेहतरी करनी चाहिए यह कह देना कि हम तो लिव इन रिलेशनशिप में है सब कुछ खत्म हो जाता हैं। इसमें सरकार को बदलाव लाना अति आवश्यक है। इस मौके पर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, राम मेहरोत्रा, खिलेंद्र चौधरी, आशीष गुप्ता, दीपक वाली, गुरविंदर सिंह चंडोक, आदि मौजूद रहे।