December 23, 2024

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अपनी जमीन बचाने के लिए भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू, देखिये वीडियो।

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खबर प्रवाह (02 दिसंबर 2022)

काशीपुर के बरखेड़ा पांडे में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले “जमीन बचाओ किसान पंचायत” के नारे के साथ स्थानीय किसानों ने आज से भूख हड़ताल शुरू कर दी है। भूख हड़ताल पर बैठे किसानों का कहना है कि वह अपनी मांगों को सरकार तक रखने एवं किसानों को उनका हक दिलाने तक यह भूख हड़ताल जारी रखेंगे।

दरअसल उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीलिंग की जमीन वापस लेने के आदेश के नोटिस के बाद किसानो ने बरखेड़ा पांडे गांव में बीते दिनों एक महापंचायत का आयोजन किया था। इस महा पंचायत में किसान नेताओं के साथ साथ भारतीय किसान यूनियन के नेता एवं किसान आंदोलन के मुख्य सूत्रधार रहे राकेश टिकैत ने भी शिरकत की थी तथा यहाँ आकर सरकार से किसानों की जमीने वापस किये जाने की मांग की। जिसके बाद पंचायत सभा लगाई गयी। इस सभा मे उधम सिंह नगर के सभी बड़े किसान नेताओं ने आकर प्रशासन से जमीने वापस करने की मांग रखी। वही 13 किसान जिनकी जमीने सरकार द्वारा वापस ली जा रही है, उन्होंने पिछले 8 दिनों से चल रहे धरने को आज से भूख हड़ताल में तब्दील करने का निर्णय लिया। इस भूख हड़ताल मे प्रतिदिन एक एक कर हर किसान के घर का सदस्य बैठेगा। आज की इस हड़ताल की शुरुआत किसान सुखविंदर सिंह, खुशाल सिंह और रंजीत सिंह ने की है। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के उत्तराखंड की युवा विंग प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू ने कहा कि यह भूख हड़ताल सुबह 9:00 बजे से शाम को 5:00 बजे तक जारी रहेगी और इसमें रोजाना अलग-अलग किसान भूख हड़ताल पर बैठेंगे। मामला सन 1972 का है, यहां के किसान भाइयों ने अपनी जमीनें ली और अपने घर मकान बनवाए। उनमें से कुछ परिवारों के पास 1974 का कब्जा भी बना हुआ है साथ ही मकानों की रजिस्ट्री अभी है इसी के साथ साथ काफी साल पहले के बिजली के बिल आदि भी हैं। बावजूद इसके पिछले माह स्थानीय प्रशासन के द्वारा इन्हें नोटिस देते हुए उक्त जमीन को सीलिंग की जमीन बताते हुए से खाली करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि जब यह बात भारतीय किसान यूनियन को पता चली तब 25 नवंबर से लगातार धरना प्रदर्शन करने का यूनियन के द्वारा निर्णय लिया गया। उसी के तहत आज से इस धरना प्रदर्शन को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दिया गया है।