December 23, 2024

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काशीपुर में एटीएम से पैसा निकाल कर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन लोग गिरफ्तार।

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खबर प्रवाह (08 नवम्बर, 2022)

काशीपुर पुलिस ने एटीएम कार्ड मशीन में फंसाने के बाद झांसा देकर लोगों के खाते से रकम उड़ाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के पडोसी राज्य उत्तर प्रदेश के रहने वाले 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह लोग लोगों के एटीएम कार्ड मशीन में फंसाने के बाद झांसा देकर उनके खाते से रकम उड़ा लेते थे। इनके खिलाफ यूपी के गाजियाबाद व उत्तराखंड के कोटद्वार में मुकदमे दर्ज हैं। इनका एक साथी पुलिस की पकड़ में अभी नहीं आ सका है।

पूरे मामले में ऊधम सिंह नगर जिले के पुलिस कप्तान डॉ. मंजूनाथ टिसि ने काशीपुर कोतवाली पहुंचकर मामले का खुलासा किया। दरअसल बीते दिनों रेलवे कॉलोनी निवासी राजेश और मोहल्ला काजीबाग निवासी अंकित ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके एटीएम से किसी अज्ञात व्यक्ति ने ₹21000 और ₹75000 अलग-अलग बैंकों से निकाल लिए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना को गंभीरता से लेते हुए एक टीम का गठन करने के निर्देश दिए और संदिग्ध व्यक्तियों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए। इसी को लेकर पुलिस सतर्क हो गई और पुलिस टीम बैंकों के इर्द-गिर्द घूमने लगी। इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की एक काले रंग की बिना नंबर की कार घूम रही है। पुलिस ने जैसे ही काले रंग की कार को देखा तुरंत पुलिस ने उसे रोककर उसमें सवार 3 लोगों को धर दबोचा। पूछताछ में तीनों ने अपना नाम रोहित कुमार निवासी गौतम बुद्धनगर, नाजिम निवासी शाहबाजपुर भवानीपुर थाना संभल ,और तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम मनीष कुमार बताया। उन्होंने यह भी बताया कि एक उनका चौथा साथी चंद्रशेखर निवासी छजारसी कॉलोनी गौतम बुद्धनगर अभी फरार है । आज जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने कोतवाली परिसर में घटना का खुलासा करते हुए बताया की यह शातिर किस्म के लोग ग्राहक के एटीएम में आने से पहले ही एटीएम की जगह फेवीक्विक लगा देते हैं, जिससे कस्टमर का एटीएम फस जाता है और यह लोग उसको बेवकूफ बनाकर उसका पिन नंबर पूछ लेते हैं और कस्टमर के जाने के बाद प्लास की सहायता से एटीएम निकालकर बाद में दोबारा एटीएम डालकर उनका पैसा निकाल लेते हैं। आज अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने इनके पास से स्वैप मशीन, पेटीएम मशीन, 1 पलास, फेवीक्विक के पैकेट और एक काले रंग की एक्सयूवी कार बरामद करते हुए 46 हजार 300 रुपए नगद बरामद किए हैं। पुलिस ने टीम के 3 कांस्टेबलों की पीठ थपथपाते हुए उन्हें 10 हजार रुपए पुरस्कार देने की घोषणा भी की है। एसएसपी ने आम जनता से अपील की है कि वह अपना एटीएम का पिन नंबर किसी को न दें और संदिग्ध व्यक्तियों के विषय में पुलिस को सूचित करें।

कैसे देते थे वारदात को अंजाम

सबसे पहले उनका एक साथी एटीएम में जाकर फर्जी टोल फ्री नम्बर एटीएम मशीन के ऊपर रख देता है। उसके पश्चात वही आदमी एटीएम स्लाॅट में फैबक्विक लगाकर एटीएम से बाहर आ जाता है और जैसे ही कोई कस्टमर एटीएम से रूपये निकालने जाता है और एटीएम डालकर रूपये निकालता है। फैवीक्विक लगा होने के कारण एटीएम स्लाॅट में ही चिपक जाता है और एटीएम न निकलने पर उनका दूसरा साथी रूपये निकालने के बहाने एटीएम में जाता है और कस्टमर से समस्या पूछता है। जब कस्टमर उनके साथी को बताता है कि मेरा कार्ड एटीएम में फंस गया है तब उनका तीसरा साथी कस्टमर को फर्जी टोलफ्री नम्बर पर काॅल करने को कहता है। उनका तीसरा साथी जो फर्जी कस्टमर केयर बना होता है। वह कस्टमर को दोबारा एटीएम पिन डायल करने को कहता है जिसे एटीएम में खड़ा उनका आदमी नोट कर लेता है। उसके बाद उनका फर्जी कस्टमर केयर आदमी कस्टमर से कहता है कि एटीएम मशीन खराब हो गयी है। शाम को हमारा इंजीनियर आयेगा। आपको काॅल करके आपका एटीएम मिल जायेगा। कस्टमर के जाने के बाद एटीएम निकालकर और फिर पेटीएम मशीन में डालकर खाते का बैलेंस चैक करते है यदि बैलेंस ज्यादा है तो उसे स्वैप कर मशीन के माध्यम से अपने कोटक महेन्द्र के खातों में ट्रांसफर कर लेते है जिसे बाद में चैक व एटीएम से निकाल लेते हैं। कभी-कभी कस्टमर के एटीएम से ही सुनसान स्थानों पर लगे एटीएमों से ही रूपया निकाल लेते है। अधिकतर वारदातें उन दिनों में करतें हैं जिन दिनों में बैंक बंद होते है। एसएसपी ने बताया कि तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि इनके साथी चन्द्रशेखर उर्फ बंटी पुत्र सुरेश मण्डल निवासी छजारसी कालौनी सैक्टर 63 गौतमबुद्धनगर यूपी की तलाश की जा रही है।

पुलिस टीम में एसएसआई प्रदीप मिश्रा, उपनिरीक्षक अशोक कांडपाल, नवीन बुधानी, दीपक जोशी, देवेन्द्र सामंत, संतोष देवरानी, कंचन पडलिया, हेड. कांस्टेबल अजीत कुमार, कांस्टेबल प्रेम कनवाल, देवेन्द्र पांडेय, सुरेन्द्र सिंह, अनिल मनराल शामिल रहे।