पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की पुलिस की बेवकूफी भरी कार्यप्रणाली के चलते जसपुर ब्लॉक के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की जान की दुश्मन बन गयी। सुहागिनों के त्यौहार करवाचौथ के पर्व पर कुंडा थाना क्षेत्र की रहने वाले जसपुर के ब्लॉक के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख के लिए करवाचौथ का पर्व ऐसा रहा कि जिसे वह जिंदगी भर नहीं भुला पाएंगे। यह सब हुआ यूपी पुलिस की बेवकूफी भरी कार्यप्रणाली के चलते। करवाचौथ के पर्व पर जो गुरप्रीत अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती। वक्त की विडंबना देखिये कि आज करवाचौथ के दिन वही गुरप्रीत कौर अपने पति के कंधों पर अपने अंतिम सफर पर अर्थी के रूप में चल पड़ी। मौके पर मौजूद सभी की आंखों में आंसू निकल पड़े। करवाचौथ के पर्व पर पति के कंधों पर चिता तक पहुंचकर पंचतत्व में विलीन होती गुरप्रीत को देखकर सभी की आंखें नम हो गयीं।
दरअसल पिछले महीने 13 सितम्बर को खनन सिंडिकेट माफिया के खिलाफ मुरादाबाद पुलिस ने अभियान चलाया था। इस दौरान एसडीएम और खनन अधिकारी को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद पुलिस ने फरार चल रहे जफर के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित करते हुए इसकी तलाश शुरू कर दी थी। मुरादाबाद पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि हाल में यूपी क्षेत्र में तेजी से दी गई दबिश के बाद जफर ने बॉर्डर पार कर काशीपुर के कुंडा में बचने के लिए शरण ले रखी है। जिसके बाद जफर की तलाश में यूपी के मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा पुलिस के एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी उधमसिंह नगर के कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव में बीती देर शाम सादी वर्दी में दबिश देने पहुंचे। यूपी पुलिस की कार्रवाई के दौरान हुई फायरिंग में जसपुर ब्लाक के ज्येष्ठ प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर की गोली लगने से मौत हो गई। मौत से आक्रोशित करीब 400 ग्रामीणों ने कुंडा थाने के सामने फोरलेन जाम कर दिया। जाम की सूचना पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। इस दौरान यूपी पुलिस के 3 जवानों समेत 5 लोगों के भी घायल होने की बात यूपी पुलिस के द्वारा कही गयी। काशीपुर में फोरलेन जाम की सूचना मिलते ही डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरने, एसएसपी ऊधम सिंह नगर डॉ. मंजुनाथ टीसी मौके पर पहुंचे। वहीं इस दौरान जसपुर विधायक आदेश चौहान, जसपुर के पूर्व विधायक डॉ शैलेन्द्र मोहन सिंघल, काशीपुर के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, गदरपुर विधायक अरविंद पांडे, पूर्व सांसद बलराज पासी भी मौके पर पहुंच गए। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस के द्वारा यूपी पुलिस के एक दर्जन के करीब पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 302, 452, 504 और 120 बी के तहत मुक़दमा दर्ज करने और डीआईजी नीलेश आनंद भरने और एसएसपी मंजुनाथ टीसी के आरोपियों की गिरफ्तारी की कार्यवाही के आश्वासन पर गुरताज भुल्लर के निवेदन पर आक्रोशित लोगों ने जाम खोल दिया लेकिन पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मध्यरात्रि में ही घटनास्थल पर पहुंचकर आवश्यक तथ्य जुटाए।
घटना का पता लगते ही उधमसिंह नगर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. तत्काल डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि यूपी के मुरादाबाद से पुलिस की टीम बिना उत्तराखंड पुलिस को बताए रेड डालने आई थी. डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि यूपी पुलिस वर्दी में नहीं थी. हम जांच कर रहे हैं कि मुरादाबाद पुलिस ने ऐसा क्यों किया. डीआईजी ने कहा कि विभिन्न धाराओं समेत हत्या और षडयंत्र का मुकदमा दर्ज किया है। रात्रि में मीडिया से बात करते हुए बताया कि यूपी पुलिस के लोग उधमसिंह नगर पुलिस की अभिरक्षा से भागे हैं। इसकी भी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि यूपी के घायल पुलिस कर्मियों को जब एलडी भट्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया तो वो लोग वहां से भाग गए। ये भी शिकायत है कि सूर्या चौकी में जब यूपी पुलिस को रोकने की कोशिश की गई तो वो लोग बैरीकेड तोड़कर भाग गए। डीआईजी ने कहा कि यूपी पुलिस से पूछा गया है कि अगर वो मुजरिम को पकड़ने आने वाले थे तो उन्होंने पहले क्यों नहीं बताया। यूपी पुलिस ने कहा है कि महिला की मौत उनकी गोली से नहीं हुई है। इस पर आईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि इसकी पूरी जांच की जा रही है। जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। डीआईजी ने कहा कि हमारी फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है कि महिला को लगी गोली किसकी थी। उन्होंने कहा कि डॉग स्क्वायड भी घटनास्थल पर लाया गया है। पुलिस पूरी जांच कर रही है। हम यूपी पुलिस के लगातार संपर्क में हैं। डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुरादाबाद पुलिस बिना बताए आई और यहां के किसी भी आला अधिकारी और स्थानीय थाने को कोई सूचना नहीं दी। वो बिना किसी आई कार्ड और वर्दी के आए थे। इस तरह कोई रेड नहीं की जाती है। उन्होंने यूपी पुलिस के इस कार्रवाई को एक संगीन अपराध करार दिया है। आज सुबह चिकित्सकों के पैनल के द्वारा मृतका गुरप्रीत कौर का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद जैसे ही मृतका का शव उनके आवास पर पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया। इस दौरान पुलिस आला अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि उनके आवास पहुंचे पूरे परिवार को सांत्वना दी। फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर जांच की। जांच के दौरान पुलिस की दबिश में प्रयुक्त गाड़ी उनके असलहे और गाड़ी बरामद हो चुकी है। फॉरेंसिक टीम ने खाली खोखे की भी रिकवरी कर ली है। एक बार फिर मीडिया से दिन में रूबरू होते हुए डीआईजी भरणे ने कहा कि उन्होंने मामले को लेकर अपने स्तर से डीआईजी मुरादाबाद को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने गलत तरीके से की गई मुरादाबाद पुलिस की इस कार्रवाई से अवगत कराया है। उत्तराखंड पुलिस इस पूरे मामले की निंदा करती है। वहीं, यूपी पुलिस की ओर से दिए गए बयान में बताया गया है कि महिला की मौत उनकी गोली से नहीं हुई है. जिस पर डीआईजी भरणे ने कहा कि इसकी बारीकी से जांच की जा रही है। जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। वही दोपहर बाद मृतक का गुरप्रीत कौर का बड़े गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान पूरा इलाका सुरक्षा की दृष्टि से छाबनी के रूप में नजर आ रहा था। इस दौरान डीआईजी, एसएसपी के अलावा पीएसी, क्यू आरटी फायर सर्विस, दंगा नियंत्रण दल, क्यूआरटी व रेगुलर पुलिस का भारी बल शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु तैनात किया गया था।
Deepali Sharma
सम्पादक
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