September 21, 2024

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जसपुर में किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत के पुत्र और युवा किसान नेता चरण सिंह टिकैत।

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ऊधम सिंह नगर के जसपुर में आज किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया। किसान नेता स्व० बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की 86वीं जयंती के अवसर पर जसपुर में आयोजित किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत के लखीमपुर मामले में व्यस्त होने के कारण उनके पुत्र चौधरी चरण सिंह टिकैत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

महापंचायत में जिला ऊधम सिंह नगर समेत पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के किसान सम्मिलित हुए।आपको बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ देशभर के किसान सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर हैं। साथ ही कृषि कानून के खिलाफ जगह जगह किसान महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत जसपुर में आयोजित किसान महापंचायत में बाबा स्व० महेंद्र सिंह टिकैत की 86वीं जयंती मनाई गयी तो वहीं बीते दिनों उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हुई किसानों की मौत के बाद वहां शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि दी गयी।

इस मौके पर राकेश टिकैत के पुत्र चौधरी चरण सिंह टिकैत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना बहुत ही निंदनीय है, क्योकि घर वापस जा रहे निहत्थे किसानों पर पीछे से गाड़ी चढ़ाई गयी इसीलिए यह घटना अप्रिय है। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के 2 दिन बाद भी आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया था लेकिन जत्थे बंदियों के चलते सरकार इस आंदोलन को कुचल नहीं पाई। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार रोजाना नए-नए हथकंडे अपना रही है ऐसे में आगे सरकार क्या कर सकती है कुछ नहीं कहा जा सकता।

उन्होंने कहा कि आज के महापंचायत के बाद आ गए संयुक्त किसान मोर्चा का जो भी कार्यक्रम तय होगा उसमें सभी किसान भाई पूरे जोशो खरोश के साथ सम्मिलित होंगे। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि तीनों क्रश काले कानून वापस होने के बाद ही आंदोलन समाप्त किया जाएगा और दिल्ली की सारी सीमाएं खाली कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता के पास जब भाजपा के नेता वोट मांगने जाएंगे तो जनता जवाब मांगेगी कि इतने किसान शहीद हो गए, तीन बिल वापस नहीं करा पाए, बिजली के मुद्दे हैं, खेती के मुद्दे है, ज़मीन के मुद्दे हैं, फसलों के रेट नहीं दिला पाए। उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है यह किसानों के मुंह से अच्छा लगता है देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंह से अच्छा नहीं लगता। उन्होंने कहा कि इस बार परिवर्तन आएगा।