पल्स ऑक्सीमीटर उंगली को कुछ देर उपकरण में रखने के बाद खून और फेफड़े में आक्सीजन की मात्रा के बारे में बताता है, जबकि नकली व घटिया क्वालिटी वाला उपकरण उंगली की जगह पेन -कागज़, टूथब्रश या दातून समेत उंगली जैसा कुछ भी रखने पर कोई एक रीडिंग शो कर देता है. यानि कोई रीडिंग देखकर आप अपनी सेहत को लेकर संतुष्ट तो हो सकते हैं, लेकिन यह फर्जी और गलत रीडिंग आपकी ज़िंदगी को खतरे में डाल सकता है. इस रिपोर्ट में ज़िंदगी को दांव पर लगाने वाले गोरखधंधे को देखकर आपके पैरों तले ज़मीन खिसक सकती है और आपको दांतो तले उंगलियां दबानी पड़ सकती हैं.
दूसरा तरीका एक और भी नकली ऑक्सीमीटर की पहचान करने का
आपका पल्स ऑक्सीमीटर सही रीडिंग दे रहा है या नहीं इसका पता लगाने के लिए आपको अपने सीधे हाथ की बीच वाली उंगली ( राइट हैंड की मिडिल फिंगर ) को पल्स ऑक्सीमीटर में डालना है। इसके बाद ऑक्सीमीटर जो रीडिंग देगा उसे चेक करना है. इसके बाद आपको अपनी फिंगर निकाल लेनी है और इस फिंगर पर बीच में रबर के छल्ले को टाइट करके लपेट लेना है। रबर को इस तरह से टाइट करना है ताकि फिंगर के अगले हिस्से में ब्लड सरकुलेशन पूरी तरह से ब्लॉक हो जाए। इसके बाद दोबारा अपनी इसी उंगली ( फिंगर ) को उसी ऑक्सीमीटर में रखना है। अगर इस बार भी आपका ऑक्सीमीटर रीडिंग देता है, पल्स रेट बताता है तो इसका सीधा मतलब है कि आपका ऑक्सीमीटर सही नहीं है। वह खराब है या फिर नकली है। रबर लगने से फिंगर का ब्लड सर्कुलेशन पूरी तरह से बंद हो जाएगा। ऐसे में ऑक्सीमीटर रीडिंग नहीं दे पाएगा लेकिन अगर इसके बाद भी ऑक्सीमीटर रीडिंग दे रहा है तो इसका सीधा मतलब है कि वह खराब है। तो इस तरह आप घर पर ही ऑक्सीमीटर को चेक कर सकते हैं। ऑक्सीमीटर को घर पर ही चेक करना का यह बिल्कुल सटीक और आसान तरीका है।
Deepali Sharma
सम्पादक
खबर प्रवाह
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