देश में कोरोना की मार से भले ही उद्योग धंधे चौपट हो गए हों लेकिन उत्तराखंड पुलिस मालामाल होती चली जा रही है। कोरोना नियमों के उल्लंघन में सात माह के दौरान पुलिस ने पूरे प्रदेश में सामाजिक दूरी का पालन न करने, मास्क न पहनने, क्वारंटीन नियम तोड़ने और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के पांच लाख से अधिक मामले पकड़कर 19 करोड़ से अधिक का संयोजन शुल्क (जुर्माना) वसूला है। काशीपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता और सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीमउद्दीन को पुलिस मुख्यालय के लोक सूचना अधिकारी (आईजी) एनएस नपलच्याल की ओर से सूचना के अधिकार में मिली जानकारी में इसका खुलासा हुआ है। देश में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने पर केंद्र सरकार ने मार्च में लॉकडाउन और फिर कुछ माह बाद अनलॉक की कार्यवाही शुरू की थी। संक्रमण से बचाव के लिए पुलिस को कोरोना के संबंध में जारी गाइड लाइन का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान पुलिस ने कोरोना नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की।
जिसके तहत मार्च से 14 अक्तूबर 2020 तक पुलिस ने प्रदेश भर में कोरोना उल्लंघन के पांच लाख 28 हजार 672 मामले पकड़े और 19 करोड़ तीन लाख 66 हजार रुपये का संयोजन शुल्क वसूला। पकड़े गए मामलों में 76 हजार 279 मामले सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन, 3 लाख 77 हजार 498 मामले मास्क न पहनने, 947 मामले क्वारंटीन नियम तोड़ने और 216 मामले सोशल मीडिया पर कोरोना या लॉकडाउन के संबंध में गलत अफवाह फैलाने के हैं। 73 हजार 732 अन्य मामले हैं। नैनीताल जिला पुलिस ने सबसे अधिक तीन करोड़ 87 लाख 18 हजार, ऊधमसिंह नगर पुलिस ने तीन करोड़ 64 लाख 27 हजार, और देहरादून पुलिस ने तीन करोड़ 34 लाख 60 हजार संयोजन शुल्क वसूला है। उत्तरकाशी पुलिस ने 46 लाख 32 हजार, टिहरी पुलिस ने 65 लाख दो हजार, चमोली पुलिस ने 44 लाख 35 हजार, रुद्रप्रयाग पुलिस ने 29 लाख 98 हजार, पौड़ी पुलिस ने 92 लाख 87 हजार, हरिद्वार पुलिस ने 02 करोड़ 90 लाख 50 हजार, अल्मोड़ा जिले में 69 लाख 66 हजार, बागेश्वर जिले में 52 लाख 54 हजार, चंपावत जिले में 49 लाख 62 हजार, पिथौरागढ़ में 76 लाख 34 हजार और जीआरपी की ओर से 42 हजार रुपये संयोजन शुल्क वसूला गया। नियम तोड़ने के मामले में राजधानी देहरादून के लोग सबसे आगे रहे। देहरादून में कोरोना नियम उल्लंघन के 01 लाख 55 हजार, 489, हरिद्वार में 92 हजार 466, नैनीताल में 72 हजार 685 मामले पकड़े गए। ऊधमसिंह नगर में 72 हजार 13, उत्तरकाशी में 11 हजार 197, टिहरी में 27 हजार 843, चमोली में 09 हजार 156, रुद्रप्रयाग में 9 हजार 250, पौड़ी में 27 हजार 791, अल्मोड़ा में 12 हजार 498, बागेश्वर में 16 हजार 125, चंपावत में 8 हजार 961, , पिथौरागढ़ में 12 हजार 888, नैनीताल में 72 हजार 685 और जीआरपी ने 310 मामले पकड़े गए। लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के मामले में नैनीताल जिला नंबर वन पर रहा। नैनीताल जिले में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के 58, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर में 26-26, अल्मोड़ा में 25 मामले दर्ज हुए। उत्तरकाशी में 08, टिहरी में 10, चमोली में 01, पौड़ी में 11, देहरादून में 21, बागेश्वर में 16, चंपावत में 10, पिथौरागढ़ में 4 मामले दर्ज हुए। रुद्रप्रयाग और जीआरपी में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ
Deepali Sharma
सम्पादक
खबर प्रवाह
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