May 20, 2024

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मुख्यमंत्री धामी के न्याय के आश्वासन से मैं और मेरा परिवार संतुष्ट- गुरताज भुल्लर

गुरताज भुल्लर ने प्रेस वार्ता के माध्यम से आगामी 20 अक्टूबर को यूपी पुलिस की गोली लगने से हुई अपनी पत्नी गुरप्रीत कौर की मौत के बाद अंतिम अरदास और भोग में उपस्थित रहने की अपील की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा आगमन पर उनसे और उनके पूरे परिवार से मुलाकात के बाद अपने परिवार को पूरी तरह न्याय देने की मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन से पूरी तरह आश्वस्त हूं। सभी साथ ही मित्रों सहयोगियों और मेरे दुख दर्द में साथ खड़ी क्षेत्र की जनता से अपील करता हूं। 

कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम भरतपुर में स्थित जसपुर के ज्येष्ठ  ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर के यहां बीते 12 अक्टूबर की शाम को खनन माफिया की तलाश में दबिश के दौरान उत्तर प्रदेश की पुलिस के द्वारा की गई गोलीबारी में गुरताज भुल्लर की पत्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद उत्तराखंड पुलिस तथा उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से अपने अपने क्षेत्रों में मुकदमे दर्ज किए गए थे। वहीं दो दिन पूर्व ऑल इंडिया सिख प्रतिनिधि बोर्ड उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सरदार सुरेंद्र सिंह फलोदिया ने दोनों राज्यों की भाजपा सरकारों पर हमला बोलते हुए 20 अक्टूबर तक यूपी पुलिस के आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी नहीं होने की दशा में तथा गुरताज के खिलाफ यूपी पुलिस के द्वारा दर्ज मुकदमे वापस नही लिए जाने तक गुरप्रीत कियो अस्थियां विसर्जित नहीं करने और आंदोलन करने की चेतावनो दी थी।  

आज अपने आवास पर मृतका गुरप्रीत कौर के पति गुरताज भुल्लर के द्वारा प्रेस वार्ता का आयोनान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा आगमन पर उनसे और उनके पूरे परिवार से मुलाकात कर मेरे परिवार को पूरी तरह न्याय देने की जो बात कही है, मैं मुख्यमंत्री जी के द्वारा दिए गए आश्वासन से पूरी तरह आश्वस्त हूं। उन्होंनेबअपने  सभी मित्रों सहयोगियों और मेरे दुख दर्द में साथ खड़ी क्षेत्र की जनता से अपील करता हूं कि वह उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए हुए आश्वासन के प्रति अपना शांति पूर्ण सहयोग बनाए रखें और सरकार, शासन प्रशासन और पुलिस को अपना काम करने दे। भुल्लर ने यह भी कहा कि मेरी पत्नी की अस्थियों  का विसर्जन तय समय पर होगा। अस्थि विसर्जन को लेकर जो भ्रम फैलाया जा रहा है वह ठीक नहीं है। सब कुछ शांतिपूर्वक होगा इस दौरान उन्होंने सभी से अनुरोध करते हुए कहा कि सभी लोग भोग की रस्म में सभी आकर मेरी पत्नी को शांति के साथ श्रद्धांजलि दें और प्रभु से प्रार्थना करें कि वह उन्हें अपने चरणों में स्थान दे। भुल्लर ने प्रेस वार्ता में कहा कि मेरे साथ घटी दुखदाई घटना में सभी ने मेरा जो साथ दिया मैं उसके प्रति सभी का आभारी हूं। भाजपा नेता दीपक बाली दुख की इस घड़ी में मेरे साथ खड़े रहे। जिन्होंने 4 दिन पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के  खटीमा आगमन पर मुझे और मेरे परिवार को ले जाकर उनसे मेरी मुलाकात कराई थी ।मेरी मां श्रीमती कुलदीप कौर मेरी 5 वर्ष की बेटी और मात्र 4 माह का बेटा भी मेरे साथ थे। बिन मां के बच्चों को देखकर मुख्यमंत्री भी बहुत दुखी हुए थे और उन्होंने पूरा आश्वासन दिया है कि आपके परिवार को पूरा न्याय मिलेगा और किसी तरह का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए हुए आश्वासन से मैं और मेरा परिवार संतुष्ट हैं तथा मुख्यमंत्री के व्यवहार से संतुष्ट होते हुए उत्तराखंड सरकार पर पूरा विश्वास रखते हैं कि वह हमारे साथ न्याय करेगी और कोई अन्याय नहीं होने देगी। अतः मैं अपने सभी मित्रों शुभचिंतकों रिश्तेदारों और क्षेत्र की जनता से अपील करता हूं कि वह सभी मुख्यमंत्री जी की बात पर भरोसा रखते हुए पूरी तरह शांति और सद्भाव बनाए रखें और शासन प्रशासन व पुलिस को अपना काम करने दे। भुल्लर ने पत्रकारों के सभी सवालों के जवाब में बस एक ही बात कही कि हमें मुख्यमंत्री श्री धामी पर विश्वास है इसलिए मेरी पत्नी की अस्थियां तय समय पर विसर्जित की जाएंगी और मैं सभी से अपील करता हूं कि वह भोग रस में आकर शांतिपूर्वक प्रभु से प्रार्थना करें कि वह मेरी पत्नी को अपने चरणों में स्थान दें। प्रेस वार्ता में भाजपा नेता दीपक बाली और श्री भुल्लर की माताजी श्रीमती कुलदीप कौर  भी साथ थी जो बिलख बिलख कर रोने लगी।

वहीं दूसरी तरफ जिले के पुलिस  कप्तान डॉ. मंजुनाथ टीसी ने प्रेस से रुबरू होते बुरे कहा कि यह एक गम्भीर और महत्वपूर्ण  मामला है। इसीलिए वैज्ञानिक तथ्य और सबूत के आधार पर काम कर रहे हैं। हम सीसीटीवी फुटेज, सीडीआर, के साथ-साथ मौके पर मिले खोके, पिस्टल, कारतूस और ढेर सारे सबूतों को इकट्ठा करके स्टडी कर रहे हैं। इस सबके बाद बयान की कार्यवाही होगी। यह एक बेहद संवेदनशील मामला है। मामले में जल्द कार्यवाही करने के अपेक्षा वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।