May 20, 2024

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कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश हुई नाकाम, चार अभियुक्तों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, देखें वीडियो।

खबर प्रवाह (10 अक्टूबर, 2022)

प्रदेश के पुष्कर सिंह धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री और सितारगंज विधायक सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचे जाने का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने सितारगंज के रहने वाले व्यक्ति की तहरीर पर हत्या की साजिश रचने वाले चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल सितारगंज के रहने वाले उमाशंकर द्विवेदी पुत्र मुन्नी लाल द्विवेदी ने पुलिस को सौंपी तहरीर में बताया कि ग्राम कोटाफार्म निवासी हीरा सिंह पुत्र चंबाराम पूर्व में गेहूं चोरी के मामले में जेल गया था। वह बड़े पैमाने पर अवैध खनन भी करता है। आरोपी जेल जाने के लिए सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानता है। इसके बाद वह सौरभ बहुगुणा से रंजिश रहने लगा। उमाशंकर का कहना है कि हीरा सिंह की सितारगंज सेंट्रल जेल में रहने के दौरान सतनाम सिंह पुत्र बलविंदर सिंह निवासी सिरसा फार्म, जिला बरेली उत्तर प्रदेश से मुलाकात हुई। सतनाम सिंह मादक पदार्थ के मामले में वहां बंद था। सूत्रों के अनुसार जेल में ही हीरा सिंह ने सतनाम सिंह से कैबिनेट मंत्री को मारने के लिए कहा। यही से कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को मारने की पूरी योजना का खाका तैयार किया जाने लगा। सतनाम ने हीरा को बताया कि किच्छा निवासी मोहम्मद अजीज उर्फ गुड्डू उसका दोस्त है और बड़ा अपराधी है। अजीज के संबंध उत्तर प्रदेश के शूटरों से हैं, वह उसका काम करवा देगा। सतनाम ने हीरा से कहा कि जेल से बाहर आने पर लालगंज का रहने वाला हरभजन उसे गुड्डू से मिलवा देगा। उमाशंकर ने बताया कि सूचना के आधार पर जेल से छूटने के बाद उनके साथी हीरा सिंह पर नजर रखने लगे। इस बीच दो अक्टूबर को कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा सितारगंज आए। विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान हीरा सिंह उनके आसपास ही दिखा। सतनाम सिंह भी बीते सप्ताह पैरोल पर जेल से बाहर आ गया है। इसके बाद दोनों ने मिलकर शूटरों की टीम तैयार की। वहीं उमाशंकर द्विवेदी की तहरीर पर सितारगंज पुलिस ने हीरा सिंह, सतनाम सिंह, मोहम्मद अजीज व हरभजन के विरुद्ध कैबिनेट मंत्री की हत्या की साजिश के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए तीन टीमें गठित की थी। जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्त हीरा सिंह, सतनाम सिंह, अजीज उर्फ गुड्डू और हरभजन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त हीरा सिंह ने पुलिस को बताया कि जमानत पर आने के बाद वह हरभजन सिंह और अजीज उर्फ गुड्डू से मिला 20 लाख रुपए में हत्या की बात तय हुई। जिसमें से ₹570000 एडवांस तथा बाकी रकम काम होने के बाद के लिए तय हुई थी उसने कहा कि वह मंत्री सौरभ बहुगुणा की सभाओं में जाकर उनकी गतिविधियों की सूचना अजीज उर्फ गुड्डू को देता था। अजीज उर्फ गुड्डू ने बताया कि 3 लाख रूपये उसके द्वारा अपनी मां के इलाज में खर्च कर दिया गए थे। पुलिस के अनुसार अभियुक्त सतनाम सिंह पूर्व में खाना किच्छा से एनडीपीएस एक्ट में जेल जा चुका है तथा हीरा सिंह थाना सितारगंज से बाइक चोरी में भी जेल जा चुका है।