May 20, 2024

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कुदरत के जख्मों पर हुनर का मरहम नजर आया दिव्यांग बच्चों की लगाई प्रदर्शनी में।

काशीपुर में आज अपनी दिव्यांगता को पीछे छोड़ते हुए अनोखी नजीर पेश करते हुए बसई रामनगर स्थित जेएसआर स्कूल एन्ड स्किल डेवलपमेन्ट ट्रेनिंग सेंटर के दिव्यांग बच्चों ने दीपावली के अवसर पर एकदिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया। प्रदर्शनी का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक ने फीता काटकर किया। इस मौके पर डी बाली ग्रुप की डायरेक्टर उर्वशी वाली समेत तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।

आपको बता दें कि पर्यावरण की संरक्षा, सुरक्षा एवं विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर आज काशीपुर में जेल रोड पर जेएसआर स्कूल के बच्चों द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में विद्यालय के लगभग 65 दिव्यांग बच्चों द्वारा तैयार किए झालर, लड़ियां, दिए, रंग बिरंगी मोमबत्ती, देवी देवताओं के कपड़े, फ्लॉवर पाॅटस, गुल्लक, घडे, तोड़न, ज्वेलरी, जूट के बैग, कुशन कवर, लिफाफा आदि बिक्री के लिए लगाए गए हैं जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हैं। इस मौके पर मुख्य अतिथि एसपी प्रमोद कुमार ने इन बच्चों के द्वारा लगाये गयी प्रदर्शनी को सराहा।

दिव्यांग बच्चों ने ऐसे वक़्त पर समय का पूरी तरह सदुपयोग करते हुए वेस्टेज सामग्री से सजावट की वस्तुएं तैयार कर आम समाज को विदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल की बजाए स्वदेशी अपनाने का अनूठा संदेश दिया। इस अवसर पर अन्य बच्चों को संदेश दिया कि वह खाली समय में मोबाइल पर समय बर्बाद न कर समय का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि आम समाज के बच्चों को दिव्यांग बच्चों से मिलकर इनसे सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के हौसलों को हम सबको सैल्यूट करना चाहिए। वहीं इस मौके पर डी बाली ग्रुप की डायरेक्टर उर्वशी बाली ने कहा कि इनकी कला से आप इतना आकर्षित होंगे क्योंकि इनके हौसलों और प्रदर्शन से कहीं से भी ऐसा नहीं लग रहा है कि यह दिव्यांग है। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष यह प्रदर्शनी दो दिन की लगाई गयी थी और आम जनता की तरफ से इसे काफी सहयोग मिला था। उन्होंने कहा कि दिव्यांग होने के बावजूद भी उन्हें भगवान से या किसी भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं है, इन बच्चों ने हम सब को यह संदेश दिया है कि दिव्यांग होने के बावजूद भी किस तरह से काम किया जा सकता है।