May 20, 2024

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कलयुगी बहन ने संपत्ति के लालच में बेटे के साथ मिलकर सगे भाई को उतारा मौत के घाट।

आपने अपने भाइयों के लिए जान छिड़कने वाली बहनों के बारे में तो अक्सर सुना होगा लेकिन आज हम इसके उलट काशीपुर में रहने वाली कलयुगी बहन से आपको रूबरू कराएंगे जिसने संपत्ति के लालच में अपने बेटे के साथ मिलकर अपने ही सगे भाई को मौत के घाट उतार दिया। काशीपुर पुलिस ने बीते अप्रैल माह में काशीपुर के लक्ष्मीपुर पट्टी क्षेत्र में हुए नासिर हत्याकांड का आज खुलासा करते हुए पुलिस ने म्रतक की हत्या में शामिल उसकी सगी बहन और भांजे को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है। नासिर की बहन और भांजे ने ही संपत्ति के लालच में गला घोट उसकी हत्या कर दी थी और घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फंदे पर लटका दिया था। पुलिस पूछताछ में मां बेटे ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त गमछा भी आरोपियों से बरामद कर लिया है।
आपको बताते चलें कि बीते 23 अप्रैल को मोहल्ला खालसा निवासी शाकिर हुसैन पुत्र हबीब नूर ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया था कि उसके 45 वर्षीय भाई नासिर की हत्या कर दी गई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। एसपी प्रमोद कुमार ने आज कोतवाली में घटना का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि जांच से प्रतीत हो रहा था कि हत्या के पीछे कोई घर का व्यक्ति हो सकता है। पर्दाफाश के लिए लगभग डेढ़ सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। मृतक के सगे-संबंधियों से पूछताछ की गई। इस दौरान पता चला कि नासिर की बहन अख्तरी और उसका पुत्र मोनिश आमने-सामने रहते हैं। मृतक जिस स्थान पर रहता था उस स्थान पर वह इमामबाड़ा बनाना चाहता था। मृतक नासिर की अंतिम इच्छा थी कि उसकी कब्र भी उसी स्थान पर बने। इसके अतिरिक्त मृतक का जो कमरा बहन अख्तरी के बगल में था उसे वह अपने भाई की पत्नी को देना चाहता था। इस बात से अख्तरी और उसका बेटा बिल्कुल खुश नहीं थे। अख्तरी के बेटे की शादी टूटने का कारण भी मृतक का अपनी जमीन पर इमामबाड़ा बनवाना था। घटना रमजान के महीने की है। जिसमें आमतौर पर दो बजे से पहले सोना नहीं होता था। इसलिए शहरी के समय मुस्लिम परिवार जल्दी उठ जाता है। सुबह लगभग चार बजे पड़ोसी शानू नासिर से मिलने जा रहा था। उसे अख्तरी ने देख लिया और उससे कहा कि नासिर सो रहा है कहकर वापस भेज दिया था। कई अन्य गवाहों ने भी अख्तरी और मोनिस का सुबह से उठने दोनों के घरों के बीच का दरवाजा खुला होने को लेकर सवाल उठाए थे। पूछताछ के दौरान शुरुआत से ही आरोपी माँ बेटे अपने बयान बदलते रहे। उन्होंने लगातार भ्रामक बयान दिए। पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हो सके। आरोपी मां बेटे मृतक नासिर की पूरी जमीन पर अपना कब्जा चाहते थे इसलिए रात के समय दोनों ने मिलकर नासिर का गला घोट दिया। घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसका शव गमछे से लटका दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से गला घोटकर नासिर की हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी।पुलिस ने दोनों आरोपी मां बेटे से हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की तो वह टूट गए और अपना जुर्म कबूल कर लिया। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि नासिर की मौत से सिर्फ अख्तरी और उसके बेटे को ही फायदा होना था। पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं कि हत्या को दोनों मां बेटे ने ही अंजाम दिया था। आरोपियो के निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गमछा भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। दोनों मां बेटे ने अपना जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि मृतक दरगाहो और मस्जिदों के आसपास भीख मांग कर पैसा कमाता था और वसीयत किए हुए था कि उसके मरने के बाद उसके घर में ही उसकी कब्र बनाकर दफन किया जाए। पुलिस ने मीडिया को बताया कि म्रतक की जमीन को कब्जाने की गरज से मृतक नासिर की बहन और उसके भांजे ने उसकी गला दबाकर हत्या कर शव के गले में डाल कर दर्शाया लेकिन पुलिस के चंगुल से नहीं बच सके। घटना का पर्दाफाश करने वालों में इंस्पेक्टर कोतवाली जीबी जोशी एसएसआई देवेंद्र गौरव एसआई ओमप्रकाश एसआई रविंदर सिंह कांस्टेबल दीवान बोरा महेंद्र डंगवाल सुरेंद्र सिंह और जगदीश फर्त्याल शामिल रहे।