रिपोर्ट- यश चंद्रा (सुल्तानपुर पट्टी)
पहाड़ी ओर मैदानी क्षेत्रो में हुई बारिश ने हर जगह त्राहि-त्राहि मचा रखी है। वही पहाड़ों पर हुई भारी त्रासदी में कई घर पानी के तेज बहाव में बह गए है। लेकिन इस आपदा में धार्मिक आस्था का एक अलग नजारा देखने को मिला है। जहां पानी के बहाव में कोसी नदी में बहकर आई साईं बाबा की मूर्ति कहीं से भी खंडित नहीं हुई। साईं बाबा की मूर्ति को रेलवे कर्मचारियों और साईं बाबा भक्तों ने नदी से निकाल लिया।
आपको बता दें कि बीते 3 दिन की मूसलाधार बारिश ने मैदानी क्षेत्रों के साथ-साथ पहाड़ों पर बरसाने का काम किया है। जहां बारिश के पानी से कई मकान और सड़कें ध्वस्त हो गई तो वही बाज़पुर के सुल्तानपुर पट्टी में आस्था का एक अलग नजारा देखने को मिला। जहां पहाड़ों से पानी के तेज बहाव में कोसी नदी में बहकर आई साईं बाबा की मूर्ति को रेलवे कर्मचारियों ने देख लिया। साईं बाबा की विशाल मूर्ति की सूचना सुल्तानपुर पट्टी के लोगों को जैसे ही मिली वैसे ही दर्जनों की संख्या में साईं भक्त एकत्र हो गए। जहां रेलवे कर्मचारियों और साईं भक्तों ने मूर्ति को कड़ी मशक्कत के बाद नदी से निकाल लिया। मूर्ति निकलने के बाद धार्मिक आस्था का एहसास तब हुआ जब साईं बाबा की मूर्ति कहीं से भी खंडित नहीं दिखाई दी।
इस दौरान रेलवे कर्मचारी अमित भंडारी ने बताया कि ट्रैक पर कार्य करते हुए रेलवे कर्मचारियों को मूर्ति दिखाई दी थी जिसे स्थानीय लोगों की मदद से नदी से बाहर निकालने का काम किया गया है। वही साईं भक्त लज्जा सैनी ने बताया कि जहां लोगों के घर पानी से तहस-नहस हो गए हैं लेकिन साईं बाबा की विशाल मूर्ति पानी के तेज बहाव में भहकर आने के बाद भी मूर्ति को जरा भी खरोच नहीं आई है। जो धार्मिक आस्था का एक जीता जागता उदाहरण है।
Deepali Sharma
सम्पादक
खबर प्रवाह
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